TV9 Bharatvarsh | Edited By: ओम प्रकाश
Updated on: Jul 25, 2022 | 8:11 AM
देश नें किसानों को विभिन्न कारणों से हुए फसल के नुकसान के लिए प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना (PMFBY) चलाई गई है. इस योजना से भले कि किसानों को कितना फायदा हुआ यह बात को किसान जानते ही होंगे पर प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना से जो कंपनियां जुड़ी हुई है, उन कंपनियों ने पांच सालों में बंपर कमाई की है. मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक 2016-17 से लेकर 2021-22 के बीच विभिन्न बीमा कंपनियों ने 40,000 करोड़ रुपए की कमाई की. जबकि केंद्रीय कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने कहा कि बीमा कंपनियों पीएमएफबीवाई के तहत कुल 159,132 करोड़ रुपए की प्रीमियम राशि जमा की थी, जबकि किसानों द्वारा किए गए बीमा के दावे के लिए 119,314 करोड़ रुपए का भुगतान किया है.
देश में पीएमएफबीवाई के सफल कार्यान्वयन के लिए केंद्र सरकार ने 18 बीमा कंपनियों (Insurance Company) को शामिल किया था. जिसका उद्देश्य प्राकृतिका आपदाओं से किसानों को होने वाले फसल के नुकसान के लिए किसानों को वित्तीय सहायका प्रदान करना था. पर किसानों को इसके लिए मामूली प्रीमियम जमा करना पड़ता है. बिजनेस स्टैंडर्ड के मुताबिक कृषि मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने राज्यसभा में दिए गए अपने लिखित जवाब में कहा कि खरीफ 2021-22 सीजन तक बीमा योजना के तहत किसानों द्वारा किए गए बीमा के दावों के भुगतान के रुप में 4190 रुपए प्रति हेक्टेयर का भुगतान किया गया.
योजना की शुरुआत छह साल पहले की गयी थी, पर इसके बाद 2020 में इस योजना में बदलाव किया गया, जिसमें यह कहा गया कि किसान अपनी सवैच्छिक भागीदारी से योजना में जुड़ सकते हैं.इसने किसान के लिए फसल बीमा ऐप, सीएससी केंद्र या निकटतम कृषि अधिकारी के माध्यम से किसी भी घटना के 72 घंटों के भीतर फसल नुकसान की रिपोर्ट करना होता है. इसके जरिए किसानों को फसल बीमा के दावे करना आसान हो गया है साथ दावों का भुगतान भी किसानों के खाते में ट्रांसफर किया जाता है.
पीएमएफबीवाई के तहत बीमा कराने के लिए किसान को खरीफ फसल की बीमा राशि का दो प्रतिशत किसान द्वारा भुगतान किया जाता है, साथ ही रबी फसलों के लिए 1.5 फीसदी बीमा राशि का भुगतान किया जाता है. बागवानी और वाणिज्यिक फसलों के बीमा के लिए किसान प्रीमियम के तौर पर 5 प्रतिशत का भुगतान करते हैं. यदि बीमांकिक प्रीमियम इस दर से कम है, तो दोनों में से कम प्रीमियम लागू होगा. पीएमएफबीवाई के राष्ट्रीय फसल बीमा पोर्टल (एनसीआईपी), किसानों के आसान नामांकन के लिए फसल बीमा मोबाइल ऐप, एनसीआईपी के माध्यम से किसान प्रीमियम का प्रेषण, एक सब्सिडी रिलीज मॉड्यूल और एनसीआईपी के माध्यम से दावा रिलीज मॉड्यूल के साथ भूमि रिकॉर्ड का एकीकरण कुछ प्रमुख विशेषताएं हैं.
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