Kajari Teej Vrat Katha: इस व्रतकथा के पढ़े बिना कजरी तीज व्रत रहेगा अधूरा, जानें शुभ मुहूर्त – ABP News

By: एबीपी न्यूज | Updated : 24 Aug 2021 11:51 AM (IST)

कजरी तीज
Kajari Teej Vrat Katha 2021:  पंचाग के अनुसार, कजरी तीज (kajari teej 2021) का व्रत हर साल भाद्रपद माह में कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि को रखा जाता है. कजरी तीज का व्रत महिलाओं में अति महत्वपूर्ण है. इस दिन सुहागिन महिलाएं निर्जला व्रत रखकर पति की लंबी उम्र, वैवाहिक जीवन और संतान सुख की प्राप्ति की कामना करते हुए माता पार्वती के स्वरूप नीमड़ी माता की विधि-विधान से पूजा अर्चना करती हैं. वहीं कुंवारी कन्याएं कजरी तीज का व्रत अच्छा वर पाने के लिए रखती हैं. 
कजरी तीज व्रत 2021: शुभ मुहूर्त
कजरी तीज का व्रत हर साल भादों मास के कृष्ण पक्ष की तृतीया तिथि पर रखा जाता है. हिंदी पंचांग के अनुसार, इस बार भादों के कृष्ण की तृतीया तिथि 24 अगस्त की शाम 4:05 से शुरू हो कर 25 अगस्त को शाम 04 बजकर 18 मिनट तक रहेगी. उदय तिथि के दिन व्रत रखने के नियमानुसार, कजरी तीज का व्रत 25 अगस्त को रखा जाएगा. 
कजरी तीज व्रत कथा

googletag.cmd.push(function() { googletag.display(“div-gpt-ad-1617272828641-0”); });

कजरी तीज व्रत की कई कथाएं प्रचलित हैं. एक पौराणिक कथा के अनुसार, साहूकार के सात बेटों में सबसे छोटा बेटा अपाहिज था और उसे वेश्यालय जाने की बुरी आदत भी थी. वहीं उसकी पत्नी पतिव्रता और आज्ञाकारी नारी थी. वह सदैव पति की सेवा में लगी रहती थी. वह पति के कहने पर उसे कंधे पर बैठकर वेश्यालय तक भी ले जाती. एक बार वह पति को वेश्यालय में अंदर छोड़कर वापस आ रही थी.
तो वह वहीं पास की नदी कपास बैठकर पति के वापस आने का इंतजार करने लगी. तभी मूसलाधार वर्षा हुई और नदी बढ़ने लगी. तभी इस नदी से एक आवाज आई कि ‘आवतारी जावतारी दोना खोल के पी, पिया प्यालरी होय’.  यह सुनते ही उसने देखा कि दूध से भर हुआ एक दोना नदी में तैरता हुआ उसी को ओर आ रहा है. उसने उस दोने के सारा दूध पी लिया. इसके बाद ईश्वर की कृपा से उसका पति वेश्याओं को छोड़ कर उससे प्रेम करने लगा. इसके लिए सहकर की पत्नी नें ईश्वर को खूब आशीर्वाद दिया और नियमपूर्वक कजरी का व्रत पूजन करने लगी.  
नौकरी में तरक्की पाने के लिए हरी इलायची के ये उपाय हैं बहुत चमत्कारी, करते ही दिखने लगता है असर
अगर सपने में दिख जाए शिवलिंग तो समझ लें भविष्य में घटने वाली है ये घटना, जानें इन चीजों के अर्थ
आज पीपल के पत्तों के ये उपाय बदल देंगे जिंदगी, होंगे चमत्कार और पैसों की तंगी हो जाएगी छूमंतर
Gudi Padwa 2022: कब मनाया जाएगा गुड़ी पड़वा पर्व, नोट कर लें तिथि, शुभ मुहूर्त और धार्मिक महत्व
शाम के समय भूलकर भी न करें ये काम, जीवनभर के लिए मुसीबतें पकड़ लेती हैं हाथ, जानें
LSG vs CSK: मैथ्यू हेडन ने की चेन्नई सुपर किंग्स की तारीफ, बताया क्यों टीम जीत सकती है IPL 2022 का खिताब
पिता के नाम आवंटित बंगला खाली करने पर आया चिराग पासवान का रिएक्शन, बोले इस बात पर है आपत्ति
Bihar Board 10th Result 2022: बिहार बोर्ड मैट्रिक का रिजल्ट जारी, टॉप फाइव में 8 विद्यार्थी शामिल, देखें टॉपर्स की लिस्ट
अमित शाह का बड़ा बयान- नागालैंड, असम और मणिपुर से AFSPA के तहत अशांत क्षेत्रों को कम करने का फैसला
द कपिल शर्मा शो में आखिरकार 4 साल बाद सपना को मिल गया उसका छावा मुकेश! खुशी से झूमी
यह वेबसाइट कुकीज़ या इसी तरह की तकनीकों का इस्तेमाल करती है, ताकि आपके ब्राउजिंग अनुभव को बेहतर बनाया जा सके और व्यक्तिगतर तौर पर इसकी सिफारिश करती है. हमारी वेबसाइट के लगातार इस्तेमाल के लिए आप हमारी प्राइवेसी पॉलिसी से सहमत हों.

source


Article Categories:
धर्म
Likes:
0

Related Posts


    Popular Posts

    Leave a Comment

    Your email address will not be published. Required fields are marked *