जानें क्यों सिर पर चोट लगने के बाद हेड स्कैन हो जाता है बेहद ज़रूरी?

नई दिल्ली, लाइफस्टाइल डेस्क। Head Injury Precautions: इशान किशन जो हाल ही में हुए आईपीएल नीलामी में सबसे महंगे खिलाड़ी साबित हुए, श्रीलंका के खिलाफ टी20 मैच खेलते वक्त सिर की चोट के शिकार हो गए। इस विकेटकीपर बल्लेबाज़ को ज़रूरी स्कैन के लिए फौरन अस्पताल ले जाया गया था। श्रीलंका के गेंदबाज़ लाहिरू कुमारा की बाउंसर सीधे उनके सिर पर लगी थी। इस खिलाड़ी को भले ही अस्पताल से छुट्टी मिल गई हो लेकिन इस हादसे के बाद उन्हें तीसरे टी20 मैच में बाहर बैठना पड़ सकता है।

इंडियन हेड इंजरी फाउंडेशन के आंकड़ों के अनुसार, दुनिया में सबसे ज़्यादा सिर की चोट के मामले भारत में देखे जाते हैं। भारत में हर साल 10 लाख से ज़्यादा लोग सिर में गंभीर चोट के शिकार होते हैं और इनमें से एक लाख से ज़्यादा लोगों की जान भी चली जाती है। खेल से संबंधित चोटें हल्की भी हो सकती हैं, लेकिन कई बार मस्तिष्क में रक्तस्राव या कुछ दुर्लभ मामलों में कोमा तक भी पहुंच जाती हैं। इसलिए, सिर पर चोट लगने पर जांच कराना बेहद ज़रूरी हो जाता है।

एक दर्दनाक मस्तिष्क की चोट (ट्रॉमैटिक ब्रेन इंजरी) को अधिग्रहित मस्तिष्क की चोट कहा जाता है, जो सिर पर अचानक झटका लगने के कारण होता है। यह सिर में गहरी चोट लगने के कारण भी हो सकता है- यह सब मस्तिष्क के सामान्य कामकाज को बाधित करता है। मस्तिष्क क्षति के स्तर के आधार पर टीबीआई के लक्षण हल्के, मध्यम या गंभीर हो सकते हैं। एक व्यक्ति अचानक होश खो सकता है, जिससे लंबे समय तक बेहोशी, कोमा और गंभीर मामलों में मृत्यु भी हो सकती है।

जिस व्यक्ति को सिर की चोट लगती है ,उसे अक्सर कॉनकशन के लिए जांचा जाता है। जबकि कॉनकशन को अक्सर एक हल्के मस्तिष्क की चोट के रूप में देखा जाता है, यह कुछ मामलों में जीवन के लिए ख़तरा हो सकता है।

छोट लगने के बाद जांच क्यों ज़रूरी होती है

सिर पर लगी चोट से कई बार कॉनकशन के साथ ख़तरनाक ब्लड क्लॉटिंग भी हो जाती है। सिर पर अचानक चोट लगने के बाद अगर इस तरह के लक्षण दिखते हैं, तो फौरन मेडिकल हेल्प लेनी चाहिए।

  • सिर दर्द जो ठीक नहीं होता है और समय के साथ गंभीर हो जाता है।
  • स्तब्ध हो जाना, कमजोरी और प्रभावित समन्वय।
  • उल्टी या मतली महसूस होना।
  • बोलने में दिक्कत होना।

वयस्कों में लक्षण

चोट लगने के बाद अगर कोई व्यक्ति सुस्त दिखता है, उसकी एक आंख की पुतली दूसरी से बड़ी है, दौरे पड़ते हैं, लोगों और जगहों को नहीं पहचान पाता, असामान्य व्यवहार दिखा रहा है, तो इसका मतलब है कि उन्हें तत्काल ध्यान देने की आवश्यकता है।

बच्चों में कैसे दिखते हैं लक्षण

सिर पर चोट लगने के बाद अगर किसी बच्चे में नीचे दिए लक्षण नज़र आते हैं, तो उसे फौरन अस्पताल ले जाना चाहिए।

  • ऊपर दिए गए लक्षणों के अलावा, अगर बच्चा रोना बंद नहीं करता।
  • या फिर खाना नहीं खाता।

कॉनकशन क्या है?

कॉनकशन एक तरह की ट्रॉमैटिक ब्रेन इंजरी है। यह तब होता है जब सिर पर अचानक तेज़ धक्का या फिर चोट लगती है।


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खेल · लाइफस्टाइल
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