तकनीकी शिक्षा मंत्री रामलाल मार्कंडेय ने तीन दिवसीय राज्य स्तरीय उत्सव में की बतौर मुख्यातिथि शिरकत
दिव्य हिमाचल ब्यूरो-केलांग
तकनीकी शिक्षा, जनजातीय विकास सूचना एवं प्रौद्योगिकी तथा जन शिकायत निवारण मंत्री डा. रामलाल मार्कंडेय ने कहा कि प्रदेश में मनाए जाने वाले मेले एवं त्योहार हमारी समृद्ध संस्कृति के प्रतीक हैं। मेलों एवं त्योहारों के माध्यम से न केवल हमारी संस्कृति का संरक्षण होता है बल्कि हमारे रीति-रीवाजों एवं परंपराओं को भी जानने व देखने का मौका मिलता है। डा. राम लाल मार्कंडेय रविवार को लाहुल -स्पीति के केलंग में 14 से 16 अगस्त, 2022 तक आयोजित होने वाले तीन दिवसीय राज्य स्तरीय जनजातीय उत्सव के शुभारंभ अवसर पर बोल रहे थे। उन्होंने कहा कि मेले के दौरान आयोजित होने वाले विभिन्न सांस्कृतिक कार्यक्रमों के माध्यम से पहाड़ी संस्कृति विशेषकर जनजातीय संस्कृति की झलक देखने को मिलती है। जिसका लोग भरपूर आंनद उठाते हैं। उन्होंने कहा कि मेलों के माध्यम से स्थानीय कलाकारों को अपनी प्रतिभा प्रस्तुत करने के लिए मंच तो प्राप्त होता ही है साथ ही महोत्सव क्षेत्र में पर्यटन गतिविधियों को भी बढ़ावा मिलता है।
उन्होंने कहा कि इस बार का उत्सव कोविड महामारी के कारण दो साल के अंतराल के बाद मनाया जा रहा है। डा. रामलाल मार्कंडेय ने लिया शोभा यात्रा में भाग इससे पूर्व डा. लाल मार्कंडेय ने शोभा यात्रा में भाग लिया। यह शोभा यात्रा दुर्गा माता मंदिर से शुरू होकर पुलिस ग्राउंड में समाप्त हुई। इसमें उपायुक्त सुमित खिमटा सहित जिला मुख्यालय के अधिकारी, कर्मचारी, स्थानीय लोग, महिला व युवक मंडल तथा आमंत्रित कलाकारों के दलों सहित सभी पारंपरिक परिधानों में सुसज्जित होकर शोभा यात्रा में शामिल रहे। पुलिस मैदान में सभी लोगों द्वारा पारंपरिक सामूहिक नृत्य का आयोजन किया गया। तकनीकी शिक्षा मंत्री ने विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शियों व स्टॉलों का किया अवलोकन। इसके उपरांत डा. राम लाल मार्कंडेय ने विभिन्न विभागों द्वारा लगाई गई प्रदर्शनियों व स्टॉलों का अवलोकन किया और उनकी सराहना की। उन्होंने शोभायात्रा में भाग लेने वाले प्रत्येक महिलामण्डल 10 हजार रुपये जारी करने की भी घोषणा की।
इस अवसर पर मेला कमेटी के अध्यक्ष एवं उपायुक्त लाहुल-स्पीति सुमित खिमटा ने मुख्यातिथि का स्वागत किया। उन्होंने कहा कि जनजातीय उत्सव, केलंग जोकि लाहुल -स्पीति की शताब्दियों पुरानी सांस्कृतिक धरोहर का प्रतिबिंब है। जिसकी झलक हमें इस उत्सव में देखने को मिलती है। उन्होंने कहा कि आधुनिक युग में मनोरंजन के अनेक विकसित साधनों के होते हुए भी मेले और त्यौहार हमारे मनोरंजन के मुख्य एवं सुलभ साधन हैं। उन्होंने मेले के आयोजन में सहयोग करने के लिए सभी का आभार प्रकट किया। इस अवसर पर पुलिस अधीक्षक मानव वर्मा, एसडीएम प्रिया नागटा, एसी टू डीसी डॉ. रोहित शर्मा, टीएसी सदस्य नवांग उपासक, पुष्पा बीडीसी अध्यक्ष, सोनम मंडलाध्यक्ष , संजय यारपा तथा विभिन्न विभागों के अधिकारी, कर्मचारियों सहित विभिन्न महिला मंडलों, युवक मंडलों के प्रतिनिधि तथा बड़ी संख्या में लोग उपस्थित रहे।
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