शिक्षा और एकजुटता से होगा वाल्मीकि समाज का उद्धार,,जिया लाल नाहर

शिक्षा और एकजुटता से होगा वाल्मीकि समाज का उद्धार,,जिया लाल नाहर

कपूरथला(बॉबी शर्मा)राष्ट्रीय वाल्मीकि धर्मयुद्ध मोर्चा द्वारा वाल्मीकि समाज को मजबूत करने और अपने हक्को के प्रति जागरूक करने के लिए राष्ट्रीय वाल्मीकि धर्मयुद्ध मोर्चा के अध्यक्ष जिया लाल नाहर द्वारा पुरे हलके में बैठकों का दौर शुरू किया गया है।इसी कड़ी के तहत राष्ट्रीय वाल्मीकि धर्मयुद्ध मोर्चा की एक विशेष बैठक का आयोजन कर वाल्मीकि समाज की एकजुटता और शिक्षित होने पर बल दिया।लगातार बैठके आयोजित कर समाज को दोस्त और दुश्मन की पहचान कराई जा रही है।इस अवसर पर राष्ट्रीय वाल्मीकि धर्मयुद्ध मोर्चा के अध्यक्ष जिया लाल नाहर ने कहा कि भारत में तमाम सामाजिक संगठन एवं राजनैतिक दल बाबा साहब के नाम पर राजनीति करते है और अनसुचितजाति समाज के साथ धोखा कर उनकी वोट तो हड़प लेते है लेकिन कभी उनका भला नही करते।उन्होंने कहा कि बाबा साहेब ने कहा था कि जिसकी जितनी संख्या भारी उसकी उतनी हिस्सेदारी।लेकिन किसी भी दलित संगठन या नेता ने समाज के अंतिम पायदान के समुदाय(वाल्मीकि समाज)की आज तक कोई सुध नही ली है।जबकि भारत मे अनसुचितजाति समाज की यह सबसे बड़ी दूसरे नंबर की आबादी वाली जाति है।नाहर ने कहा राष्ट्रीय वाल्मीकि धर्मयुद्ध मोर्चा एकमात्र दलित संगठन है जो पंजाब और दिल्ली में सर्वाधिक बैंक वोट वाले दलित समाज के अंतिम पायदान से वाल्मीकि समाज का मुख्यमंत्री बने,इसके लिये समाज को जागरूक कर लामबंद कर रहा है।हम दलित समाज की तमाम जातियों को उसकी जनसंख्या अनुपात में राजनैतिक हिस्सेदारी मिले इसके पैरोकार है।राजनैतिक हैसियत अगर मजबूत हुई तो शैक्षिक उन्नति भी तय मानकर चलिए परन्तु इसके लिये सर्वप्रथम हमें सामाजिक एकजुटता पैदा करनी होगी।नाहर ने कहा कि मातृशक्ति के सम्मान से ही देश में विकास का रास्ता खुलता है।अब समाज की महिलाओं को भी बराबरी का सम्मान देना चाहिए।उन्होंने कहा कि वाल्मीकि समाज दो सौ वर्षों से गुलामी भरा व अछूत का जीवन जी रहा है।मोदी सरकार की विश्व में स्वच्छता को लेकर जो शानदार छवि बनी हैं।उसमें वाल्मीकि सफाई कर्मियों का भी बड़ा योगदान है लेकिन उसे नकारा गया है।उन्होंने कहा कि आज अस्पतालों और पुलिस थानों में गरीबो की कोई सुनवाई नहीं हो रही।गरीबी देश की एक पुरानी किताब की तरह है,जिसमें धूल जम गई है और पढ़ने वाला कोई नहीं,जैसे हमारी परीक्षा होने पर ही किताब निकलती है,वैसे ही चुनाव आते ही ये गरीबों की किताब खुल जाती।नेता तरह-तरह के वादों वादों से इन गरीबों को लुभाकर चले जाते हैं और जीत के जश्न के बाद इनकी सुध भी नहीं लेते हैं।उन्होंने कहा कि चुनावों के समय नेता लोकबड़े बड़े दावे करते है की तरह-तरह कि योजनाएं लाएंगे।हर घर में चूल्हा जलेगा,घर-घर सीधे पानी पहुंचेगा।विस्थापितों को उनका हक मिलेगा,ना जाने कितने वादे।गुब्बारे भी फुल के फट जाएं,तो आम गरीबों को तो फूलना ही है।इस लिए समाज के लोगो को एकजुट हो कर अपने हक्को के लिए लड़ना होगा।इस अवसर पर जिला उपप्रधान सुखविंदर सिंह सोढ़ी,सर्कल नेता बेट प्रेम सिंह भट्टी,सर्कल नेता लखनकलां राज कुमार,रोंकी राम,मलकीत सिंह,बलविंदर सिंह साबा,मंगा जी,वरिंदर राये,राकेश हैप्पी,अमनदीप,साबी भुलाना, अजु,मेयर चंद आदि उपस्थित थे।


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पंजाब · राजनीति · लेटेस्ट
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