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कश्मीर के इस पहले मल्टीप्लेक्स के निर्माण के लिए कश्मीरी हिंदू विकास धर की कंपनी टक्साल हास्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने मार्च 2020 में आवेदन किया था। जूून 2020 में प्रदेश सरकार ने अनुमति दे दी थी। विकास का परिवार कश्मीर के प्रभावशाली लोगों में शामिल है।
श्रीनगर, राज्य ब्यूरो : कश्मीर में एक बार फिर सिनेमा का दौर शुरू होने जा रहा है, लेकिन नए रूप मल्टीप्लेक्स में। सितंबर में कश्मीर का पहला मल्टीप्लेक्स पूरी तरह से क्रियाशील होने जा रहा है, जिसमें 520 लोगों के बैठने की क्षमता वाले तीन सिनेमा हाल होंगे। आइनाक्स द्वारा डिजाइन मल्टीप्लेक्स में तीन सिनेमाहाल हैं।
कश्मीर के इस पहले मल्टीप्लेक्स के निर्माण के लिए कश्मीरी हिंदू विकास धर की कंपनी टक्साल हास्पिटैलिटी प्राइवेट लिमिटेड ने मार्च 2020 में आवेदन किया था। जूून 2020 में प्रदेश सरकार ने अनुमति दे दी थी। विकास का परिवार कश्मीर के प्रभावशाली लोगों में शामिल है। उनके पिता विजय धर डीपीएस स्कूल श्रीनगर के संचालक हैं।
इंदिरा नगर में बनकर तैयार हो रहा मल्टीप्लेक्स कश्मीर की परंपरागत स्थापत्य कला और आधुनिक स्थापत्य कला का संगम है। इसकी लाबी में सीलिंग के लिए खतमबंद (लकड़ी के छोटे-छोटे टुकड़ों से डिजाइन बनाया जाता है) का इस्तेमाल किया है। इसमें फूडकोर्ट और बच्चों व बुजुर्गों के मनोरंजन के कई साधन रहेंगे। विकास ने कहा कि बालीवुड की जो भी नई फिल्म रिलीज होगी, यथासंभव उन सभी को प्रदर्शित किया जाएगा। मुझे पूरा यकीन है कि हमारे कश्मीर के लोग फिल्म देखने जरूर आएंगे। मेरा मकसद यहां के लोगों को देश के अन्य भागों में उपलब्ध मनोरजंन की सुविधाएं प्रदान करना है।
कश्मीर के मशहूर रंगकर्मी और फिल्म निदेशक मुश्ताक अली खान ने कहा कि दुनियाभर के लोग फिल्मों की शूटिंग के लिए कश्मीर आते हैं, लेकिन कश्मीर में कोई सिनेमाहाल नहीं है। कश्मीर के बहुत-से लोग जब जम्मू, दिल्ली, चंडीगढ़, मुंबई या किसी अन्य शहर में जाते हैं तो वे वहां मल्टीप्लेक्स में फिल्म का मजा लेने जरूर जाते हैं। कश्मीर आने वाले कई पर्यटक चाहते हैं कि वह यहां किसी दिन सिनेमा का मजा लें।
साउंड सिस्टम शेष
मल्टीप्लेक्स को अंतिम रूप देने में जुटे फारूक नामक कारीगर ने बताया कि सभी तैयारियां हो चुकी हैं, सिर्फ साउंड सिस्टम शेष रह गया है। देश के महानगरों में स्थित मल्टीप्लेक्स की तुलना में ज्यादा सुविधाओं से लैस और आधुनिक है।
1990 में बंद हो गए थे सिनेमाहाल
बता दें कि कश्मीर में 1990 में आतंकी संगठनों की धमकियों और हमलों के कारण सभी सिनेमाहाल बंद हो गए थे। वर्ष 1999 में तत्कालीन मुख्यमंत्री डा. फारूक अब्दुल्ला ने अपने प्रयासों से तीन सिनेमाहाल खोलने के लिए उनके मालिकों को राजी किया। नीलम, रीगल और ब्राडवे सिनेमा खुले। रीगल और ब्राडवे कुछ ही दिनों में आतंकी हमलों के कारण फिर बंद हो गए। नीलम सिनेमा वर्ष 2005 में एक आत्मघाती हमले के बाद बंद हुआ।
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