एसडीओ ने कहा: घाटशिला की पहचान तांबा और विभूति बाबू के नाम से है – Dainik Bhaskar

विभूति भूषण बंदोपाध्याय की जयंती पर सोमवार को दो स्थान पर अलग-अलग कार्यक्रम आयोजित कर लोगों ने उन्हें श्रद्धासुमन अर्पित कर नमन किया। गौरीकुंज उन्नयन समिति की ओर से दाहीगोड़ा स्थित विभूत बाबू के आवास गौरीकुंज में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण कर महान साहित्यकार को याद किया गया। वहीं, काॅलेज रोड स्थित विभूति संस्कृति भवन में उनकी प्रतिमा पर माल्यार्पण किया गया। गौरीकुंज में एसडीअो सत्यवीर रजक ने मार्ल्यापण के बाद समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि क्षेत्र की पहचान तांबा और विभूति बाबू के नाम से होती है। विभूति बाबू केवल एक समाज का नहीं, बल्कि पूरे राष्ट्र के साहित्यकार हैं। विभूति बाबू का साहित्य यहां जन-जन में आज भी जीवित है। उधर, गौरी कुंज उन्नयन समिति केे अध्यक्ष तापस चटर्जी ने कहा कि यहां एक आधुनिक लाइब्रेरी खोले जाने की योजना है।
इसमें समाज के हर वर्ग के लोगों को आगेे आने की जरूरत है। विभूति बाबू के आवास को विकसित करने का प्रयास किया जा रहा है। इसके लिए झारखंड के पर्यटन विभाग की ओर से 25 लाख रूपए की स्वीकृति दी गयी है। जल्द ही शिलान्यास के बाद विकास केे काम शुरू होंगेे। साथ ही उनकी पुस्तक व फिल्मों के बारे में लोगों को जागरूक किया जाएगा। विभूति बाबू के जयंती अवसर पर उनकी सबसे लोकप्रिय फिल्म पोथेर पंचाली बड़े पर्दे पर 17 सितंबर को दिखाई जाएगी। इसके अलावे उसी दिन पोस्टर प्रतिभागियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
18 सितंबर को चांदेेर पहाड़ फिल्म दिखाई जाएगी। इस मौकेे पर मनोरंजन बक्शी, सुनील सरकार, सूजन सरकार, मिठू विश्वास, प्रदीप भद्र, तपन महतो, भास्कर नायक, एसएस दास, शिल्पी सरकार, सुमोना गुप्ता, भवानी चक्रवर्ती, आलोक चक्रवर्ती, साधुचरण पाल, साधन पाल, संदीप रायचौधरी, नीलू दत्ता, उत्तम सिन्हा, मुखिया शांखी हेेम्ब्रम, बेबी बारी, अर्जुन सिंह, किशोर प्रधान, मानषी चटर्जी सोमेन दत्ता, प्रदीप रूद्र आदि उपस्थित थे।
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