वसीम रिजवी के बाद फिल्मकार अली अकबर ने छोड़ा ​इस्लाम… जानिए धर्म बदलने की प्रक्रिया क्या है – TV9 Bharatvarsh

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उत्तर प्रदेश शिया वक्फ बोर्ड के पूर्व चेयरमैन वसीम रिजवी (Waseem Rizvi) के बाद केरल निवासी मलयाली फिल्म निर्देशक अली अकबर ने ​इस्लाम धर्म छोड़ दिया है. वसीम रिजवी को जितेंद्र नारायण त्यागी के नाम से जाना जाएगा, जबकि फिल्मकार अली अकबर के बारे में ऐसी जानकारी सामने नहीं आई है. संघ परिवार की ओर झुकाव रखने वाले केरल के फिल्म निर्देशक, अली अकबर ने सोशल मीडिया पर एक वीडियो जारी कर इस्लाम छोड़ने की घोषणा की.
वसीम रिजवी ने इस्लाम छोड़कर हिंदू धर्म अपनाने की घोषणा की है, जबकि अकबर अली ने वीडियो में कहा कि वे आज से मुसलमान नहीं हैं, बल्कि एक भारतीय हैं. बहरहाल, क्या आप जानते हैं कि एक धर्म छोड़ दूसरा धर्म अपनाने की प्रक्रिया क्या है? क्या कोई भी व्यक्ति सनातन या हिंदू धर्म अपना सकता है.
रिपोर्ट्स के मुताबिक, लोग हिंदू धर्म को 2 तरीके से अपना सकते हैं:
मंदिर में किसी धर्मगुरु की मदद से हिंदू धर्म अपनाया जा सकता है. काशी के पंडित दयानंद पांडेय ने बताया कि किसी धार्मिक अनुष्ठान, यज्ञ, गुरु दीक्षा जैसे कार्यक्रम के दौरान हिंदू धर्म अपनाया जा सकता है. मंदिर में आध्यात्मिक तरीके से कोई व्यक्ति हिंदू धर्म अपनाता है तो मंदिर में ही पुजारी या धर्मगुरु उसका शुद्धिकरण कराते हैं. फिर पूजा-पाठ करते हुए शख्स हिंदू धर्म में शामिल मान लिया जाता है. हालांकि ध्यान देने योग्य बात ये है कि यहां कानूनी प्रक्रिया पूरी कर लेना भी सही रहता है.
धर्म बदलने के लिए सबसे पहले आपको एक एफिडेविट यानी शपथ पत्र बनवाना होता है. इस एफिडेविट में आपका पूरा नाम, बदला हुआ नाम, बदला हुआ धर्म और अड्रेस वगैरह टाइप करवाया जाता है. इस एफिडेविट में आपको अपनी पहचान, एड्रेस प्रूफ वगैरह भी शामिल करना होता है. एफिडेविट कराने के बाद अपने धर्म परिवर्तन की जानकारी आपको किसी भी राष्ट्रीय दैनिक अखबार में प्रकाशित करवाना होगा.
हालांकि उपरोक्त प्रक्रिया से पहले आपको गजट ऑफिस में एक आवेदन करना होता है. जिला स्तर पर यह कार्यालय डीएम ऑफिस के अधीन होता है. इसमें सभी जरूरी डॉक्यूमेंट्स, फोटो वगैरह लगती है. आवेदन करने के बाद पूरी प्रक्रिया पूरी होने में 60 दिन का समय लग सकता है. आपका नया नाम, धर्म और अन्य डिटेल्स इस गजट में दर्ज की जाएगी. सारी प्रक्रिया पूरी होने के बाद जैसे ही गजट में बदला हुआ नाम आ जाए, समझ लीजिए कि आपका काम हो गया.
अगर कोई व्यक्ति अपना धर्म त्याग कर ईसाई बनना चाहता है तो प्रक्रिया बहुत ही आसान है. आपको चर्च में पादरी के पास जाना होगा. एक छोटी सी संस्कार प्रक्रिया के बाद आप ईसाई बन सकते हैं. मुस्लिम बनने के लिए मस्जिद में इमाम की मदद से धर्म परिवर्तन हो सकता है. इस बारे में मुस्लिम धर्मगुरु भी व्यक्ति की मदद कर सकते हैं.
चूंकि भारत एक धर्मनिरपेक्ष देश है, इसलिए यहां संविधान ने किसी भी व्यक्ति को अपनी आजादी से कोई धर्म अपनाने का अधिकार दिया है. हालांकि किसी व्यक्ति का जबरन धर्म परिवर्तन नहीं कराया जाना चाहिए. यह गलत है और कुछ राज्‍यों में तो अलग से कानून बनाए जा चुके हैं.
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Published On – 9:34 am, Mon, 13 December 21
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