helo
हमें खेद हैं कि आप opt-out कर चुके हैं।
लेकिन, अगर आपने गलती से “Block” सिलेक्ट किया था या फिर भविष्य में आप नोटिफिकेशन पाना चाहते हैं तो नीचे दिए निर्देशों का पालन करें ।
FRI, APR 01, 2022
Pariksha Pe Charcha: एग्जाम देते-देते हम…
केजरीवाल के घर के बाहर हमला: दिल्ली HC ने…
मंडी तहसील में संदिग्ध परिस्थितियों में लगी…
दिल्ली के स्कूलों में दो वर्ष बाद आज से…
धर्म/कुंडली टीवी
Gadgets
Photos
Videos
धर्मनिरपेक्षता हिन्दुत्व ब्रिगेड के लिए हमेशा से एक नर पिशाच और राजनीतिक अस्पृश्य बना रहा है जो कांग्रेस का प्रिय शब्द रहा है जिसके चलते राम और रहीम चुनावी मुद्दे बन गए हैं। दिल्ली उच्च न्यायालय
धर्मनिरपेक्षता हिन्दुत्व ब्रिगेड के लिए हमेशा से एक नर पिशाच और राजनीतिक अस्पृश्य बना रहा है जो कांग्रेस का प्रिय शब्द रहा है जिसके चलते राम और रहीम चुनावी मुद्दे बन गए हैं। दिल्ली उच्च न्यायालय द्वारा विवादास्पद एक समान नागरिक संहिता पर बल देने से इन बातों को पीछे छोड़ना होगा। न्यायालय ने भारत के विविध सामाजिक ताने-बाने को एक राष्ट्र में जोडऩे के लिए इस एक समान नागरिक संहिता पर बल दिया है।
पिछले सप्ताह मीणा समुदाय से जुड़े हुए पक्षकारों के एक मामले का निपटारा करते हुए कहा गया कि क्या यह समुदाय हिन्दू विवाह अधिनियम 1955 के दायरे से बाहर है? न्यायालय ने अपने आदेश में कहा, ‘‘आधुनिक भारतीय समाज धीरे-धीरे एकजुट हो रहा है। धर्म, समुदाय और जाति की परंपरागत दीवारें धीरे-धीरे समाप्त हो रही हैं।
संविधान के अनुच्छेद 44 में व्यक्त की गई यह आशा कि राज्य अपने नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता लाने का प्रयास करेगा केवल एक आशा बनी नहीं रहनी चाहिए।’’ विभिन्न समुदायों, जातियों, जनजातियों और धर्मों के भारतीय विवाहों को विवाह और तलाक के संबंध में विभिन्न समुदायों के व्यक्तिगत कानूनों के टकराव के कारण संघर्ष करने से बचाना होगा।
न्यायालय का यह निर्णय मोदी सरकार के लिए कर्णप्रिय है क्योंकि भाजपा और राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ ने अपने तीन मु य मुद्दों को पूरा कर दिया है जो 1998 के उसके घोषणा पत्र में घोषित किए गए थे जिनमें से पहला राम मंदिर का निर्माण और दूसरा जम्मू-कश्मीर में अनुच्छेद 370 को समाप्त करना है और अब उसके मुख्य मुद्दों में केवल एक बचा है और वह है एक समान नागरिक संहिता को लागू करना।
मोदी और अमित शाह दोनों इस दिशा में प्रयास कर रहे हैं क्योंकि उनका मानना है कि किसी भी देश में धर्म के आधार पर कोई कानून नहीं होना चाहिए और सभी नागरिकों के लिए एक समान कानून होना चाहिए। तब तक देश में लैंगिक समानता नहीं हो सकती जब तक ऐसी एक समान नागरिक संहिता न हो जो सभी महिलाओं के अधिकारों का संरक्षण करे। इस संबंध में सभी लोगों में आम सहमति बननी चाहिए जो उनकी गलतफहमियों और चिंताओं को दूर कर सके और उसके बाद ही एक समान नागरिक संहिता को लागू किया जाना चाहिए।
एक वरिष्ठ मंत्री के अनुसार, ‘‘दशकों पुरानी समस्याएं 70 वषों से लंबित पड़ी समस्याओं को यकायक दूर नहीं किया जा सकता है। उन्हें किस्तों में भी पूरा नहीं किया जा सकता है। कुछ लोगों की इस गलतफहमी को दूर करने का प्रयास करना होगा और कुछ लोगों ने लोगों को उकसाया है कि एक समान नागरिक संहिता उनके धार्मिक कर्मकांड और प्रथाआें के विरुद्ध है। यह लैंगिक न्याय प्राप्त करने का एक वैज्ञानिक और आधुनिक तरीका है जो विचारधारा के आधार पर व्याप्त विरोधाभासों को दूर कर राष्ट्रीय एकता और अखंडता को बढ़ावा देगा। किंतु विपक्षी दलों द्वरा इसका पुरजोर विरोध किया गया है।
उनका मानना है कि एक समान नागरिक संहिता धार्मिक स्वतंत्रता और विभिन्न धार्मिक समूहों के व्यक्तिगत कानूनों के मामले में हस्तक्षेप करेगा और जब तक धार्मिक समूह बदलाव के लिए तैयार न हो तब तक एेसा नहीं किया जाना चाहिए। यह अल्पसंख्यक बनाम बहुसं यक का मुद्दा है और भारत में रह रहे मुसलमानों के लिए हिन्दुत्व ब्रिगेड की नीति है। उनका कहना है कि मोदी राज में भारत में धर्मनिरपेक्षता खतरे में है।
ऑल इंडिया मुस्लिम पर्सनल लॉ बोर्ड ने भी इस पर आपत्ति की है। उसका कहना है कि भारत एक बहु-सांस्कृतिक, बहु धार्मिक समाज है और प्रत्येक समूह को अपनी पहचान बनाए रखने के लिए संवैधानिक अधिकार दिए गए हैं। एक समान नागरिक संहिता भारत की विविधता के लिए खतरा है। प्रश्न उठता है कि आखिर एक समान नागरिक संहिता में ऐसा क्या है जिसके चलते हिन्दुत्व ब्रिगेड को छोड़ कर अन्य राजनीतिक दल इसे खतरे के रूप में देखते हैं। अनुच्छेद 44 में केवल कहा गया है, ‘‘राज्य भारत के संपूर्ण प्रादेशिक भूभाग पर अपने नागरिकों के लिए एक समान नागरिक संहिता लाने का प्रयास करेगा।’’
इस अनुच्छेद में केवल यह कहा गया है कि एक संख्य समाज में धार्मिक और व्यक्तिगत कानूनों के बीच आवश्यक नहीं कि संबंध हो। प्रश्न उठता है कि एक समान नागरिक संहिता को धार्मिक स्वतंत्रता के अधिकार में अतिक्रमण के रूप में क्यों देखा जाता है या इसे अल्पसं यक विरोधी क्यों माना जाता है। यदि हिन्दू व्यक्तिगत कानून का आधुनिकीकरण किया जा सकता है, परंपरागत ईसाई प्रथाओं को असंवैधानिक घोषित किया जा सकता है तो फिर मुस्लिम व्यक्तिगत कानून को धर्मनिरपेक्षता की खातिर पवित्र क्यों माना जाता है?
इन सबसे प्रश्न उठता है कि क्या राज्य जाति और धर्म के आधार पर भेदभाव करेगा? एक धर्मनिरपेक्ष राज्य में ऐसा कभी नहीं हो सकता है। हमारी हर सरकार राजनीति, जाति और धर्म के बीच लक्ष्मण रेखा खींचने में विफल रही है। राज्य के धर्मनिरपेक्ष चरित्र के बारे में कोई रहस्य नहीं है।
यह न तो भगवान विरोधी है और न ही भगवान समर्थक है और उससे अपेक्षा की जाती है कि वह सभी धर्मों और सभी लोगों के साथ समान व्यवहार करे और यह सुनिश्चित करे कि धर्म के आधार पर किसी के साथ भेदभाव न हो। फिर इस समस्या का समाधान क्या है? यह इस बात पर निर्भर करता है कि क्या सरकार विभिन्न तरह के वादों के बोझ से मुक्त होना चाहती है। न्यायालय ने एक बार फिर से रास्ता दिखा दिया है। अब सरकार इस संबंध में कदम उठा सकती है।-पूनम आई. कौशिश
मिनटों में राख हुआ कनाडा का गांव-विश्व के लिए एक चेतावनी
Stories You May Like
इंदौरा: भरी भीड़ में युवक ने विधायक रीता धीमान से पूछा, ‘पांच साल बाद आए है, पहले कहां थे’
PunjabKesari TV
PunjabKesari TV
PunjabKesari TV
PunjabKesari TV
PunjabKesari TV
PunjabKesari TV
PunjabKesari TV
PunjabKesari TV
PunjabKesari TV
PunjabKesari TV
मेष राशि वालों आज कार्यक्षेत्र में अधिक परिश्रम करना पड़ सकता है। बेरोजगारों को रोजगार के नए अवसर……Read more
वृष राशि वालों आज कपड़ों के क्षेत्र से जुड़े लोगों को मुनाफा हो सकता है। मशीनरी संबंधी व्यवसाय में……Read more
मिथुन राशि वालों प्रॉपर्टी संबंधी कार्य में कोई नुकसान होने की संभावना है। पैसों के मामले में किसी……Read more
कर्क राशि वालों पार्टनरशिप संबंधी किसी भी कार्य में लापरवाही न बरते। ऑफिस का माहौल खुशहाल रहेगा।……Read more
सिंह राशि वालों कार्यक्षेत्र में काम की अधिकता रहेगी। बिजनेस में सहकर्मचारियों का हर काम में सहयोग……Read more
कन्या राशि वालों मार्केटिंग संबंधी बिजनेस में धन लाभ के योग बन रहे हैं। पारिवारिक माहौल सुखद व……Read more
तुला राशि वालों मानसिक रूप से आज सुकून महसूस करेंगे। बिजनेस में लापरवाही से काम न करें। नुकसान हो……Read more
वृश्चिक राशि वालों फाइनेंस संबंधित काम पर ज्यादा ध्यान दें। काम को लेकर किसी पर निर्भर न रहें।……Read more
धनु राशि वालों बिजनेस में कोई प्रोजेक्ट पूरा होने से भरपूर फायदा होगा। जीवनसाथी व परिवार वालों का……Read more
मकर राशि के जातकों को आज कार्यक्षेत्र में संयम से काम लेना होगा। जल्दबाजी में कोई फैसला न लें।……Read more
कुंभ राशि वालों आज का दिन अच्छा रहेगा। कारोबार को लेकर नई योजनाएं सफल होंगी। परिवार के प्रति जो……Read more
मीन राशि वालों आज कार्यक्षेत्र में धन लाभ के योग हैं। आर्थिक पक्ष पहले से मजबूत होगा। वैवाहिक जीवन……Read more
Main Menu
Keep yourself updated with National News. We are first to cover The National Latest News as they take place. All the upcoming National Politics News, Crime News in Hindi is available exclusively on www.punjabkesari.in . We are committed to provide you all Latest,Breaking News of Nation.
पंजाब केसरी हिन्दी न्यूज की आधिकारिक वेबसाइट पर आपको न सिर्फ पल -पल की खबर मिलेगी बल्कि आप देख सकते हैं देश और दुनिया के वीडियो भी। क्योंकि हमारे पास है वीडियो और टैक्स्ट की खबरों के लिए एक हजार से ज्यादा रिपोर्ट्स का बड़ा नेटवर्क, जो आप तक सबसे पहले और तेजी से पहुंचा रहे हैं हर खबर। देश, दुनिया,खेल, व्यापार, बॉलीवुड और राजनीति से जुड़ी खबरों के अपडेट के लिए बने रहें पंजाब केसरी के साथ।
For Advertisement Query
Email ID
advt@punjabkesari.in
TOLL FREE
Jalandhar
Address : Civil Lines, Pucca Bagh Jalandhar Punjab
Ph. : 0181-5067200, 2280104-107
Email : support@punjabkesari.in
Copyright @ 2018 PUNJABKESARI.IN All Rights Reserved.
Subscribe Now!
Author Profile

Latest entries
राशीफल2023.05.31आज का राशिफल: 6 February 2023 Rashifal | Today Horoscope In … – YouTube
लाइफस्टाइल2023.05.31हार्टबर्न और खट्टी डकार को हल्के में मत लीजिए, आप हो सकते हैं इस बीमारी का शिकार! – ABP न्यूज़
धर्म2023.05.31Hanuman Jayanti: साल में दो बार क्यों मनाई जाती है हनुमान जयंती, जानें इसके पीछे की वजह – DNA Hindi
विश्व2023.05.31Jasprit Bumrah Injury: समय से लड़ रहे हैं जसप्रीत बुमराह, सामने है वर्ल्ड कप से पहले फिट होने – ABP न्यूज़